NTPC Green Energy के शेयर हुए धड़ाम! ₹100 से नीचे गिरा प्राइस, क्या निवेशकों के लिए है यह मौका?

अगर आपने NTPC Green Energy (NGEL) के शेयर खरीद रखे हैं या इस स्टॉक पर नजर बनाए हुए हैं, तो आज की खबर आपके लिए ज़रूरी है। सोमवार, 24 फरवरी 2025 को इस स्टॉक ने शेयर बाजार में नया ऑल-टाइम लो बना दिया। पहली बार इसका प्राइस ₹100 के नीचे गिरकर ₹96.20 तक पहुंच गया, यानी करीब 9% की गिरावट!

NTPC Green का शेयर 38% गिरा!

आज की गिरावट के बाद NTPC Green का शेयर अपने 52 हफ्तों के हाई ₹155.30 (4 दिसंबर 2024) से लगभग 38% नीचे आ चुका है। कंपनी का स्टॉक IPO प्राइस ₹108 से 11% कम पर ट्रेड कर रहा है। इससे पहले, 17 फरवरी 2025 को इसने ₹102.60 का लो टच किया था, लेकिन आज यह भी टूट गया।

Lock-in Period खत्म होते ही गिरावट शुरू

आज NTPC Green के शेयर में भारी गिरावट की बड़ी वजह है Lock-in Period का खत्म होना। जब कोई कंपनी IPO (Initial Public Offering) लेकर आती है, तो इसके बड़े निवेशकों और प्रमोटर्स को तय समय तक शेयर बेचने की इजाजत नहीं होती। इस समय को Lock-in Period कहते हैं।

आज, 24 फरवरी 2025 को यह अवधि खत्म हो गई और कुल 183 मिलियन शेयर (कंपनी के 2% शेयर्स) अब ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो गए। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि सभी शेयर एकसाथ बिक जाएं, लेकिन मार्केट में बिकवाली का दबाव जरूर बढ़ गया।

निवेशकों के लिए बुरी खबर या खरीदने का मौका?

अगर आप निवेशक हैं तो यह सवाल ज़रूर उठता है कि NTPC Green के गिरते शेयर खरीदने चाहिए या नहीं? कंपनी ने 27 नवंबर 2024 को स्टॉक मार्केट में डेब्यू किया था और तब से यह लगातार गिर रहा है।

मौजूदा प्राइस पर यह अपने हाई से 38% सस्ता हो चुका है, जो लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए एक एंट्री पॉइंट हो सकता है। आज सुबह 11:04 AM पर यह ₹97.20 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि इस दौरान BSE Sensex में सिर्फ 1% गिरावट थी। ट्रेडिंग वॉल्यूम आज तीन गुना बढ़ गया, यानी बड़ी संख्या में लोग इस स्टॉक में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

NTPC Green Energy: भारत की टॉप ग्रीन एनर्जी कंपनी

NTPC Green Energy, NTPC की सब्सिडियरी कंपनी है, जो पूरी तरह से रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। इस कंपनी के 6 राज्यों में सोलर और विंड प्रोजेक्ट्स हैं तथा इसकी 76GW से ज्यादा की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी है। इसके अलावा, कंपनी के पास लॉन्ग-टर्म (25 साल) के पावर परचेज एग्रीमेंट्स (PPA) भी हैं।

भारत में रिन्यूएबल एनर्जी का सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। देश की कुल ग्रीन एनर्जी कैपेसिटी 201GW हो चुकी है, जिसमें सिर्फ सोलर का 44% (89GW) है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक 450GW रिन्यूएबल कैपेसिटी का है। ₹19,700 करोड़ की ग्रीन हाइड्रोजन मिशन स्कीम भी इस सेक्टर को बूस्ट करेगी।

एक्सपर्ट ओपिनियन:

एनालिस्ट्स का मानना है कि सोलर पैनल की घटती कीमतें ($0.09 प्रति वॉट-पीक) और हाईब्रिड प्रोजेक्ट्स के बढ़ते टैरिफ (₹3.15-₹3.20/kWh) से यह सेक्टर आने वाले सालों में और फायदेमंद हो सकता है। अगर आप शॉर्ट-टर्म ट्रेडर हैं तो अभी इस स्टॉक में और गिरावट आ सकती है, इसलिए ध्यान से निवेश करें। लेकिन अगर आप लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर हैं और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में ग्रोथ देखते हैं, तो यह गिरावट आपके लिए एक शानदार एंट्री पॉइंट हो सकती है!

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