भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्रांति में अवाडा एनर्जी (Avaada Energy) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। हाल ही में, कंपनी ने भारत सरकार की नवीकरणीय ऊर्जा कार्यान्वयन एजेंसी एनएचपीसी लिमिटेड (NHPC Limited) द्वारा आयोजित ई-रिवर्स नीलामी में 1400 मेगावाटपी (MWp) सौर परियोजना जीतकर अपनी क्षमता का प्रमाण दिया है। यह परियोजना भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगी।
कैसे Avaada Energy ने यह बड़ी परियोजना जीती?
इस सौर ऊर्जा परियोजना को अवाडा एनर्जी ने कठोर और प्रतिस्पर्धी ई-रिवर्स नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से जीता है। इस नीलामी में 2.53 रुपये प्रति किलोवाट के विजयी टैरिफ के साथ कंपनी ने प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण में अपनी दक्षता को साबित किया।
परियोजना को अगले 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे जल्द ही यह भारत की ऊर्जा जरूरतों में योगदान देना शुरू कर देगी।
परियोजना की विशालता और संभावित प्रभाव
इस सौर ऊर्जा संयंत्र के चालू होने के बाद यह हर साल लगभग 2500 मिलियन यूनिट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पन्न करेगा। यह भारत में 1.8 मिलियन ग्रामीण घरों को बिजली प्रदान करने में मदद करेगा, जिससे देश के विकास और ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा की उपलब्धता में सुधार होगा।
पर्यावरणीय लाभ: हर साल 2.3 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन में कमी
यह परियोजना न केवल बिजली उत्पादन बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी। इसके जरिए हर साल 2.3 मिलियन टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन में कमी आएगी। इससे भारत के हरित ऊर्जा लक्ष्यों और सतत विकास के प्रयासों को मजबूती मिलेगी।
Avaada ग्रुप के अध्यक्ष विनीत मित्तल की प्रतिक्रिया
अवाडा ग्रुप के अध्यक्ष विनीत मित्तल (Vineet Mittal) ने इस ऐतिहासिक जीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा:
“यह जीत हमारी टिकाऊ ऊर्जा समाधानों को आगे बढ़ाने की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हम भारत के नवीकरणीय ऊर्जा विस्तार में सबसे आगे रहने और स्वच्छ ऊर्जा में योगदान करने के लिए गर्व महसूस कर रहे हैं। यह सिर्फ अवाडा एनर्जी के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारत की नवीकरणीय ऊर्जा आकांक्षाओं के लिए एक बड़ी छलांग है।”
भारत में अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी के रूप में अवाडा एनर्जी
अवाडा एनर्जी ने इस उपलब्धि के साथ भारत में अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा स्वतंत्र बिजली उत्पादक (Leading Renewable Energy Independent Electricity Producer) के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत कर लिया है। कंपनी लगातार नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रही है और भारत के स्वच्छ ऊर्जा भविष्य को आकार देने में योगदान दे रही है।
Avaada ग्रुप के बारे में
अवाडा ग्रुप (Avaada Group) एक दूरदर्शी ऊर्जा समूह है, जो ऊर्जा संक्रमण मूल्य श्रृंखला के पूरे स्पेक्ट्रम में काम करता है। इसमें सौर मॉड्यूल निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन अमोनिया और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (Sustainable Aviation Fuel – SAF) का विकास शामिल है।
विनीत मित्तल के नेतृत्व में, अवाडा ग्रुप ने 2026 तक 11 गीगावॉट स्थापित क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का विश्वास भी अर्जित किया है। ब्रुकफील्ड के एनर्जी ट्रांजिशन फंड (Brookfield’s Energy Transition Fund) से 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर और जीपीएससी (GPSC) – थाईलैंड के पीटीटी ग्रुप से 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश प्राप्त किया है।
निष्कर्ष
अवाडा एनर्जी की यह जीत भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह परियोजना न केवल देश के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, बल्कि भारत के पर्यावरणीय लक्ष्यों को भी पूरा करने में मदद करेगी। अवाडा एनर्जी का यह कदम हरित ऊर्जा भविष्य की ओर बढ़ने वाली एक ऐतिहासिक छलांग है।
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