Adani Power Vs Tata Power: कोनसा शेयर आपको खरीदना चाहिए, जानिए पूरी डिटेल्स

भारत की ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से हो रही प्रगति ने निवेशकों के लिए कई अवसर पैदा किए हैं। विशेष रूप से Adani Power और Tata Power जैसी कंपनियों ने अपनी मजबूत उपस्थिति और विकास योजनाओं के साथ निवेशकों का ध्यान खींचा है। लेकिन सवाल यह है कि इन दोनों में से किस कंपनी का शेयर खरीदना आपके लिए बेहतर होगा? आइए, इस आर्टिकल में दोनों कंपनियों की वित्तीय स्थिति, विकास योजनाओं और शेयर प्रदर्शन का विस्तार से विश्लेषण करते हैं।

भारत की ऊर्जा क्षमता और बजट 2025 का प्रभाव

भारत की कुल स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता 2014 के 249 GW से बढ़कर 2024 के अंत तक 457 GW हो गई है, जो 83.8% की वृद्धि दर्शाती है। इसमें नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान महत्वपूर्ण रहा है, जिसमें 2014 के बाद से 129 GW की वृद्धि हुई है, जिसमें 91 GW सौर ऊर्जा शामिल है। 2025 के बजट में ऊर्जा सुरक्षा और स्थिरता पर जोर दिया गया है, जिसमें 2047 तक 100 GW परमाणु ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए सुधारों की योजना बनाई गई है।

भविष्य में, भारत का लक्ष्य 2030 तक 500 GW नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करना है। शहरीकरण और आर्थिक विकास के कारण 2040 तक बिजली की खपत लगभग दोगुनी होने का अनुमान है। यह स्थिति Adani Power और Tata Power जैसी कंपनियों के लिए विकास के नए अवसर प्रदान करती है।

Adani Power: मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और विकास योजनाएं

Adani Power भारत की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर उत्पादक कंपनी है। कंपनी का मुख्य व्यवसाय लंबी अवधि के पावर पर्चेज एग्रीमेंट्स (PPAs), मध्यम अवधि के PPAs और शॉर्ट-टर्म PPAs के तहत बिजली बेचना है। इसके अलावा, कंपनी व्यापार, निवेश और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में भी शामिल है।

Adani Power की वर्तमान थर्मल पावर क्षमता 17.55 GW है, जबकि 13.12 GW की क्षमता विकास के पाइपलाइन में है। अगले पांच वर्षों में कंपनी का लक्ष्य कुल 30.67 GW क्षमता हासिल करना है। इसके अलावा, कंपनी गुजरात में 40 MW की सौर ऊर्जा परियोजना भी संचालित करती है।

वित्तीय मैट्रिक्स के मामले में, Adani Power का मार्केट कैप और ROE (Return on Equity) क्रमशः 57.1 और 32.2 है। कंपनी का P/E अनुपात 14.5 है, जो इसे निवेश के लिए आकर्षक बनाता है। हालांकि, पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों ने नकारात्मक रिटर्न (-12%) दिया है, लेकिन हाल के एक महीने में 9% की वृद्धि देखी गई है।

Tata Power: नवीकरणीय ऊर्जा में अग्रणी

Tata Power भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनी है, जो बिजली उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण के व्यवसाय में शामिल है। कंपनी की कुल क्षमता लगभग 25.6 GW है, जिसमें से 16.8 GW स्वच्छ और हरित ऊर्जा (Clean & Green Energy) से आता है। इसमें 10.1 GW की क्षमता निर्माणाधीन है। इसके अलावा, कंपनी के पास 8.9 GW की थर्मल ऊर्जा उत्पादन क्षमता है।

Tata Power का नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर इसके भविष्य के विकास के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है। कंपनी के पास 4.9 GW की सोलर सेल और मॉड्यूल निर्माण क्षमता भी है, जिसमें 0.3 GW की क्षमता निर्माणाधीन है।

वित्तीय मेट्रिक्स के मामले में, Tata Power का ROE 11.3 और ROCE 11.1 है। कंपनी का P/E अनुपात 28 है, जो Adani Power की तुलना में अधिक है। पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों ने 5% का सकारात्मक रिटर्न दिया है, जबकि हाल के एक महीने में 2.3% की वृद्धि देखी गई है।

निवेशकों के लिए सिफारिश

Adani Power और Tata Power दोनों ही कंपनियां भारत के ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। Adani Power का थर्मल पावर पर जोर और तेजी से विस्तार की योजना इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है। वहीं, Tata Power का नवीकरणीय ऊर्जा पर फोकस और स्थिर वित्तीय प्रदर्शन इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त बनाता है।

ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने Adani Power के शेयरों पर “खरीदें” (Buy) की रेटिंग बरकरार रखी है और 660 रुपये का टार्गेट प्राइस दिया है, जो वर्तमान मूल्य से 38% अधिक है। वहीं, शेयरखान ने Tata Power के शेयरों पर 485 रुपये का टार्गेट प्राइस दिया है, जो वर्तमान मूल्य से 36% अधिक है।

नोट: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। निवेश करने से पहले किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

Read More:

Leave a Comment